Last modified on 18 अगस्त 2017, at 20:55

सच्चाई / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:55, 18 अगस्त 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चन्द्रप्रकाश जगप्रिय |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

चिड़ा नें
चिड़ी सें कहलकै
आदमी जब सें
ओकरोॅ बहु-बेटी केॅ
बुरा नजर सें देखेॅ लागलै
तब सें ऊ सिनी धरती छोइड़ केॅ
गाछ पर रहेॅ लागलै।