बगुला नें
बगुलनी सें कहलकै
हम्में नदी किनारोॅ पर छेलियै
वही समय ऐगो मुरदा बैह के
वैठां आय गेलै
देखैत-देखैत मछली सिनी मरेॅ लागलै
जीव-जंतु भी अकुलावेॅ लागलै
तबेॅ हम्में समझी गेलियै कि
मरला के बाद भी आदमी के देह में
जहर बैच गेल रहै।
बगुला नें
बगुलनी सें कहलकै
हम्में नदी किनारोॅ पर छेलियै
वही समय ऐगो मुरदा बैह के
वैठां आय गेलै
देखैत-देखैत मछली सिनी मरेॅ लागलै
जीव-जंतु भी अकुलावेॅ लागलै
तबेॅ हम्में समझी गेलियै कि
मरला के बाद भी आदमी के देह में
जहर बैच गेल रहै।