एक दिन
सुग्गा नें
सुग्गी सें कहलकै
पहलेॅ यहां कल्पतरू पेड़ रहै
आरो रहै कामधेनू गाय
एक दिन आदमी ओकरो देख लेलकै
तहिये सें
नै ऊ कामधेनु गाय, नै ऊ गाछ छै।
एक दिन
सुग्गा नें
सुग्गी सें कहलकै
पहलेॅ यहां कल्पतरू पेड़ रहै
आरो रहै कामधेनू गाय
एक दिन आदमी ओकरो देख लेलकै
तहिये सें
नै ऊ कामधेनु गाय, नै ऊ गाछ छै।