Last modified on 2 नवम्बर 2017, at 19:40

तोरा बिना / राधेश्याम चौधरी

Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:40, 2 नवम्बर 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राधेश्याम चौधरी |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

तोरा सेॅ नजर मिलैलेॅ, कत्तेॅ दिन होय गेलै।
तोरोॅ खबर एैल्लेॅ कत्तेॅ दिन होय गेलै।।
तोरोॅ बिना हमरा चैन कहाँ छै।
आँखी मेॅ नींन एैलेॅ कत्तेॅ दिन होय गेलै।।
पियार रोॅ बात सामना मेॅ आबी केॅ करोॅ।
हाँसला सेॅ हमरा कत्ते दिन होय गेलै।।
नजर सेॅ नजर मिलैलां सेॅ कत्तेॅ दिन होय गेलै।
एक्केॅ नाम हरदम हमरोॅ दिलेॅ पुकारै छै।।
एक्कोॅ तिल बात कहाँ हुवेॅ पारै छै।
राधे-राधे जपतें कत्तेॅ दिन होय गेलै।।