Last modified on 1 अप्रैल 2018, at 14:59

धरती: 2 / मीठेश निर्मोही

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:59, 1 अप्रैल 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मीठेश निर्मोही |अनुवादक= |संग्र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

थनै सेड़ा में
बांट-बूट
सेवट
ऊमरां-ऊमरां
बंटग्या
म्हे।

पण
थारै हेत रौ
कठै ई
सेड़ौ
कोयनीं !

औ क्यूं
मां ?