वो जिकौ पटवारी रौ
रातौ बस्तौ संभाळयां
ऊभौ है नीं
गांव-भांबी कोनीं
ठाकर है
ठाकर !
अब अबै
ठाकर
अठी-उठी री करै
तद कठै ई
नीठ
पेट भरै।
वो जिकौ पटवारी रौ
रातौ बस्तौ संभाळयां
ऊभौ है नीं
गांव-भांबी कोनीं
ठाकर है
ठाकर !
अब अबै
ठाकर
अठी-उठी री करै
तद कठै ई
नीठ
पेट भरै।