बध रैयो है
रावण अहंकार
लुटसी लंका
प्रगटा रैया
पारदर्सिता इसी
पर्दा-ई-पर्दा
साईजम है
लोकतंत्र रा हाथी
दबै जनता
बध रैयो है
रावण अहंकार
लुटसी लंका
प्रगटा रैया
पारदर्सिता इसी
पर्दा-ई-पर्दा
साईजम है
लोकतंत्र रा हाथी
दबै जनता