अंग-अंग पे
बरसावै चंदण
मा-मरूभोम
होठ हिलाऊं
पण गीत तो गावै
कोई दूजो ई
मिनख खोलै
सै ई आडा घरां रा
पण मनां रा
अंग-अंग पे
बरसावै चंदण
मा-मरूभोम
होठ हिलाऊं
पण गीत तो गावै
कोई दूजो ई
मिनख खोलै
सै ई आडा घरां रा
पण मनां रा