राजनीति तो
सदा रै‘वै जागती
कोमा में आपां
अे अखबार
सेवा नामै ब्यौपार
साच री हार
‘‘मा’’ सुणता ई
रग-रग में बै‘वै
अमृत-धार
राजनीति तो
सदा रै‘वै जागती
कोमा में आपां
अे अखबार
सेवा नामै ब्यौपार
साच री हार
‘‘मा’’ सुणता ई
रग-रग में बै‘वै
अमृत-धार