Last modified on 26 जुलाई 2018, at 21:04

हाइकु 47 / लक्ष्मीनारायण रंगा

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:04, 26 जुलाई 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लक्ष्मीनारायण रंगा |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

सुण पुकार
अंधारी धरती री
ऊगतै सूरज


नीं जरूरत
देवता दर्सण री
घरां बालक


मीरांबाई जी!
कुण समझै अबै
प्रीत री पीड़