Last modified on 26 जुलाई 2018, at 21:29

हाइकु 73 / लक्ष्मीनारायण रंगा

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:29, 26 जुलाई 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लक्ष्मीनारायण रंगा |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

जळसा घर
मन भर घूम थूं
गुमजै मती


फेरती रै‘वै
म्हारै माथै हाथ मा
मरयां पछै भी


पाणी सूं बर्फ
पाछी पिछळ पाणी
है पुनर्जन्म