Last modified on 26 जुलाई 2018, at 22:08

हाइकु 82 / लक्ष्मीनारायण रंगा

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:08, 26 जुलाई 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लक्ष्मीनारायण रंगा |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

आ बाळू नईं
सोनो है म्हारी प्यारी
मरूधरा रो


अेक ई डाळ
सागै फूल‘र कांटा
भाग है जुदा


ज्वार‘र भाटा
अेक ई पाणी जाया
आवै‘र जावै