{{KKPustak ।चित्र=Harivansh.jpg।frame |नाम=आकुल अंतर |रचनाकार=हरिवंशराय बच्चन |प्रकाशक= |वर्ष=-- |भाषा=हिन्दी |विषय=कविताएँ |शैली= |पृष्ठ= |ISBN= |विविध=-- }}
- लहर सागर का नहीं श्रृंगार / हरिवंशराय बच्चन
- जानकर अनजान बन जा / हरिवंशराय बच्चन
- कैसे भेंट तुम्हारी ले लूँ / हरिवंशराय बच्चन
- क्या है मेरी बारी में / हरिवंशराय बच्चन
- वह नभ कंपनकारी समीर / हरिवंशराय बच्चन
- लो दिन बीता, लो रात गयी / हरिवंशराय बच्चन
- दोनों चित्र सामने मेरे / हरिवंशराय बच्चन
- चाँद-सितारों मिलकर गाओ / हरिवंशराय बच्चन
- इतने मत उन्मत्त बनो / हरिवंशराय बच्चन
- क्या करूँ संवेदना लेकर तुम्हारी / हरिवंशराय बच्चन
- काल क्रम से- / हरिवंशराय बच्चन
- मैं जीवन का शंका महान / हरिवंशराय बच्चन