Last modified on 5 नवम्बर 2018, at 15:03

मैं फूल / गोपालदास "नीरज"

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:03, 5 नवम्बर 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गोपालदास "नीरज" |अनुवादक= |संग्रह=स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

निर्जन की नीरव डाली का मैं फूल !

कल अधरों में
मुस्कान लिए आया था,
मन में अगणित
अरमान लिए आया था,

पर आज झर गया
खिलने से पहले ही,
साथी हैं बस
तन से लिपटे दो शूल !

निर्जन की नीरव डाली का मैं फूल !