Last modified on 31 जुलाई 2008, at 13:24

सज़ा की ख़्वाहिश / शहरयार

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:24, 31 जुलाई 2008 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शहरयार |संग्रह=शाम होने वाली है / शहरयार }} मैंने तेरे ज...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)