जब देखो गर्दन मटकाते,
गुटर-गुटरगूँ गीत सुनाते।
दाना डालो, झटपट आते,
पास पहुँचते ही उड़ जाते।
रहते मिलकर सभी कबूतर,
नहीं झगड़ते कभी कबूतर।
जब देखो गर्दन मटकाते,
गुटर-गुटरगूँ गीत सुनाते।
दाना डालो, झटपट आते,
पास पहुँचते ही उड़ जाते।
रहते मिलकर सभी कबूतर,
नहीं झगड़ते कभी कबूतर।