Last modified on 23 जनवरी 2020, at 15:46

हम / बालस्वरूप राही

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:46, 23 जनवरी 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=बालस्वरूप राही |अनुवादक= |संग्रह= }...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

पूछ रहे क्यों कैसे हैं,
हम क्या ऐसे-वैसे हैं!
चमक रहा चेहरा चम-चम,
गाल टमाटर जैसे हैं!

उल्टा-सीधा खाते कम
हँसते रहते हैं हरदम!
जूस पिया करते ठंडा,
खाना खाते गरम-गरम!