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परिभाषाएँ / ओम व्यास

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जीवन
प्रसव की भूमिका
जन्म
प्रस्तवाना
मौत
उपसंहार
मानव
क्षणिक सुख से उपजी
एक अर्थहीन अस्तित्व हीन
रचना।
समय
ताउम्र जोड़ीदार
कभी हंसाता / कभी रुलाता
मौत
मानव नामक व्यंग्यलेख का
पूर्ण विराम।
समाज
आदर्शों का
लबादा ओढ़े
आलोचको का समूह
प्यार
अमन की चाह में
मन की
श्रेष्ठतम कृति
कल्पनाएँ
समुद्र तट पर
फैली सीपों को
नन्हें बालक की हथेलियों में
भर लेने की
अकिंचन कोशिश