थम,
अर देख!
माथो उठा‘र
थारो हुवणो
म्हारै हुवणै नैं
हर बगत सोधै है थूं
अर
आपो-आपरै हुवणै सूं अळघो
कांई ठा किणरै हुवणै मांय
जोवै है आपो-आपनैं।
थम,
अर देख!
माथो उठा‘र
थारो हुवणो
म्हारै हुवणै नैं
हर बगत सोधै है थूं
अर
आपो-आपरै हुवणै सूं अळघो
कांई ठा किणरै हुवणै मांय
जोवै है आपो-आपनैं।