भारत और दुनिया के प्राचीनतम गणराज्यों में से एक मल्ल महाजनपद (कुशीनगर) जहाँ बुद्ध अपने आखिरी दिनों में पहुँचे और जहाँ उनका महापरिनिर्वाण भी हुआ; के एक छोटे से गाँव सोहरौना में जन्मस्थान, जहाँ की धरती से हिमालय की श्रृंखलाएँ दिखती हैं जबकी एक ज़माने में महासागर की लहरें उठती थीं। शुरुआती पढ़ाई गाँव में हुई फिर दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हिन्दी साहित्य से (गोल्ड मेडलिस्ट) और परास्नातक (गोल्ड मेडलिस्ट) , नेट-जेआरएफ और 'भारत का समकालीन सामाजिक-सांस्कृतिक संकट और उदय प्रकाश की कहानियाँ' विषय पर पीएचडी। विद्यार्थी जीवन में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में कहानी, कविता, निबंध व शोध प्रस्तुतिकरण में कई बार पुरस्कृत। फ़िलहाल कानपुर में असिस्टेंट कमिश्नर SGST के पद पर सेवाएँ दे रहे हैं। कहानी-कविता लगातार पढ़ते हुए जीने की इच्छा है।