डिगे भी हैं
लड़खड़ाई भी
चोटें भी खाई कितनी ही
पगड़ंडियां गवाह हैं
कुदालियों, गैंतियों या
डाईनामाईट ने नहीं
कदमों ने ही बनाए हैं रास्ते।
डिगे भी हैं
लड़खड़ाई भी
चोटें भी खाई कितनी ही
पगड़ंडियां गवाह हैं
कुदालियों, गैंतियों या
डाईनामाईट ने नहीं
कदमों ने ही बनाए हैं रास्ते।