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कौआ लेकर कान गया / प्रभुदयाल श्रीवास्तव

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ढूँढ़ रहे हैं लोग कहाँ पर,
कौआ लेकर कान गया।
हुआ शहर में हल्ला लेकर,
कैसे वह शैतान गया।

किसका गया कान है चोरी,
नहीं अभी तक पता चला।
देख रहे अपने कानों को,
लोग पकड़कर हिला-हिला।