ना ये प्यार है न दोस्ती
ये एक हसीन-सा ख़्वाब है।
तू कहे तो ज़िंदगी
मैं आँख अपनी खोल दूँ।।
हँस के ज़माना कह गया
तेरे पास अब क्या रह गया।
बोलो तो अनमोल तुमको
किस तराजू तोल दूँ।।
ना ये प्यार है न दोस्ती
ये एक हसीन-सा ख़्वाब है।
तू कहे तो ज़िंदगी
मैं आँख अपनी खोल दूँ।।
हँस के ज़माना कह गया
तेरे पास अब क्या रह गया।
बोलो तो अनमोल तुमको
किस तराजू तोल दूँ।।