Last modified on 14 सितम्बर 2020, at 23:16

प्यारा खरगोश / सुरेश विमल

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:16, 14 सितम्बर 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेश विमल |अनुवादक= |संग्रह=काना...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

श्वेत बर्फ के गोले जैसा
लगता है नन्हा खरगोश

बूढ़ी नानी की गठरी-सा
लगता है नन्हा खरगोश

पर्वत पर बैठी बदली-सा
लगता है नन्हा खरगोश

दूर क्षितिज पर उगे चांद-सा
लगता है नन्हा खरगोश

रुई से भी अधिक मुलायम
लगता है नन्हा खरगोश

छोटे बड़े सभी को प्यारा
लगता है नन्हा खरगोश।