Last modified on 14 सितम्बर 2020, at 23:43

मुस्काता फूल / सुरेश विमल

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:43, 14 सितम्बर 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेश विमल |अनुवादक= |संग्रह=कहाँ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

टहनी पर मुस्काता फूल
हंसता और हंसाता फूल

तरह-तरह के रंगों से
अपने अंग सजाता फूल

बैठा हवा के झूले में
लंबी पेंग बढ़ाता फूल।

फुर फुर उड़ती तितली से
गुपचुप कुछ बतियाता फूल

सारी दुनिया को मीठी
खुशबू से महकाता फूल

मां धरती की गोदी में
पंखुड़ियाँ बरसाता फूल।