Last modified on 27 सितम्बर 2020, at 19:11

माय / दिलीप कुमार झा

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:11, 27 सितम्बर 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दिलीप कुमार झा |अनुवादक= |संग्रह= }}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

बरकैत देखने छी माय कें गुड़ जंका
तुमाइत देखने छी तूर जंका
शेष होइते कलौ
ओरिओन में लागि जाइत छलि
रातुक भानसक
किरिन डूब' सन पहिने
पजरि जाइत छल चुल्हि
दिन भरि टकुरी जकां नचैत छलि
तैयो नित्तह पराती गबैत छलि
सभ बेर बेगरता सम्हारैत
नहि कहिओ परिवार के होब देलनि बेथुत
तैयो पिता सभ तामस माए पर उतारैत छलाह
सगरो सांसारक बीख माए पर झारैत छलाह
मुदा देखले दिनमे समय करोट ल' लेलकैया
जन्म प्रमाणपत्रमे आगां मायेक नाम भेलेयै
आबि माय! माय छथि
आ पिता! पिता।