Last modified on 21 जून 2021, at 22:58

साक्षी / विमलेश शर्मा

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:58, 21 जून 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विमलेश शर्मा |अनुवादक= |संग्रह=ऋण...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

विदा और मिलन
की साक्षिणी आँखें हुआ करती हैं
वे ही पहचानती है उसे पहले-पहल
जो जाने कौन जन्म में
आत्मा का हिस्सा रहा होगा!