Last modified on 28 नवम्बर 2021, at 00:36

खबौनी / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:36, 28 नवम्बर 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर' |अनुवादक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

नाना कथा-कहानी कहतै
तोता-मैना, नानी कहतै
दादा हमरा साथें रहतै
दादी परी कहानी कहतै।

छुट्टी मेॅ मस्ती तब आबै
पापा जब आलू-चप लाबै
छठ परबों मेॅ मैया सहतै
हमरा, टाभ, खबौनी लहतै।