Last modified on 20 जनवरी 2022, at 11:14

ओ समय / राज माङ्लाक

Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:14, 20 जनवरी 2022 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राज माङ्लाक |अनुवादक= |संग्रह= लिम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


म,
समयको घडी अघिल्तिर
रगत छाद्दै कुदिरहेछु

त्यही घडीको पछिल्तिर
मेरा बा–आमा
शान्त जीवन बाँचिरहेका छन्

ओ समय
एकाबिहानै टाँकीको कापकापबाट उदाएर
किन मेरो नीद हराम गर्छौ हँ ?