Last modified on 17 जुलाई 2022, at 13:07

पांचूं धात / चंद्रप्रकाश देवल

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:07, 17 जुलाई 2022 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चंद्रप्रकाश देवल |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

अगन माथै जळ
इळा माथै आभौ
कर्यां जजावै है घा
जिणरी खट-खट सूं
बोळा व्हैग्या है म्हारा कांन
म्हनै दीसै है हाल मगसौ-मगसौ
सूंसाड़ पाड़तौ बायरौ
खंख में वाभराभूत
अलोप करतौ सगळा अेहलांण

धकै आवतौ
कोई मारग नीं दीसै
खास पगमंडणा सूं भर्यौ-भर्यौ
तौ ई न्हाळणी है वाट
जूंण री खट-पट है जित्तै
कदास मौत रै पगल्यां
कोई आवै
अर पांचूं तत्व आपरी भासा भूल जावै
जिकी भरी है छिलौछिल ईड सूं