नित-हमेस
सुख-सोराई री पीठी
राखै साफ कूणी
थारी पसम पळकती
गलीचै वाळा पगमंडणा री मारगू
थारी तौ अेड्यां ई नीं फाटै
म्हैं मेल-हेड़णियौं केलू
पछै कद याद आवूं
चिंतारण री उडीक बिरथा।
नित-हमेस
सुख-सोराई री पीठी
राखै साफ कूणी
थारी पसम पळकती
गलीचै वाळा पगमंडणा री मारगू
थारी तौ अेड्यां ई नीं फाटै
म्हैं मेल-हेड़णियौं केलू
पछै कद याद आवूं
चिंतारण री उडीक बिरथा।