Last modified on 1 फ़रवरी 2023, at 08:51

आदमी का अस्त्तित्व / शील

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:51, 1 फ़रवरी 2023 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

वक्ष ताने आस्था का —
अकल्पित भविष्य व्यवस्थाओं का
वर्जनाएँ पार करता,
युगान्तर लाँघता —
इक्कीसवीं सदी के —
मुहाने पर खड़ा है ।

25 दिसम्बर 1987