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भ्रम / नूपुर अशोक

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बादलों के पीछे
हल्की-हल्की-सी रोशनी
हल्का-हल्का-सा धुंधलका
कुछ चाँद-सा लगता
कुछ छुपा-सा रहता
दिल करता
हाथ बढ़ा कर
हटा दूँ धुंधले बादल
या फिर रहने दूँ
भ्रम
चाँद के होने का।