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रिसर्च 2019 / ललन चतुर्वेदी

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जो पढ़ा
जहाँ तक पढ़ा
सब सच पढ़ा
जब बोला
जहाँ भी बोला
सब झूठ बोला
पढने-लिखने का
सही मतलब समझा
समझा बुरा-भला
अपने तमाम शोधों
से यही निष्कर्ष निकाला
सच बोलना-बुरी बला
झूठ बोलना-ललित कला
झुठ बोलना-एक प्रतिभा
कौन पूजित, कौन समादृत
झूठ की आदमकद प्रतिमा।