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आखिरी बार / रणजीत

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आखिरी बार साथ चाय पीते वक़्त
प्यार की मिठाई
तुमने उठाई
और मुँह में धर ली
ख़ैर अब तुम से क्या कहूँ
ज़िंदगी की प्लेट मेरी
एक ही झपाटे में
खाली तुमने कर ली।