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तेरे हवाले / राम सेंगर

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झोपड़ा सम्बन्ध का
समय के वातूल
ले, तेरे हवाले कर दिया ।

चक्कियों के पाट बाँधे पाँव में
तय किया अन्धा मरुस्थल प्यास का,
बर्फ़ में पिघलाव की ज़ुंबिश नहीं
गांव पूरा जल गया अहसास का ।

औपचारिकता हुई छाला हथेली का
जिस तरह से भी बुना
छोड़ी नहीं है क्रोशिया ।

दो ध्रुवों के बीच के जड़ गैप को
बहुत पूरा इस सड़क मज़दूर ने,
डुगडुगी से एक स्वर फूटा नहीं
मार डाला प्यार के दस्तूर ने ।

गद्य का कायल रहे भी क्यों सफ़र अपना
साध लेंगे अन्ततः
उखड़ी बहर का क़ाफिया ।

लीजिए, अब यही गीत अँग्रेज़ी अनुवाद में पढ़िए
  
Handing over to you

O, the whirlwind of time
I am handing over
The cottage of the relationship
To you.

I have entwined
A pair of grind stone
With my feet,
And have completed the journey of
The desert of thirst.

The ice is devoid of melting it self,
The entire village of feelings
Has gone to flames,
The blister on the palm
Has become a formality,
How so ever, I have tried to continue
The act of knitting,
I have not kept the crotchet aside.

This Road labourer has tried his best
To fill the inert gap between the poles
But, not a single sound
Split out of this kettle drum,
Thus, the custom of love
Has made me bereft of my life .

Why should our journey of creativity
Depend upon prosaic blank verse,
After all, We shall inevitably be capable of
Adjusting the uprooted metre of the rhythm.

Rendered into English By A.P.Saran