मैं घास हूं मैं आपके हर किए धरे पर उग आउंगा बम फेंक दो चाहे विश्वविद्यालय पर बना दो होस्टल को मलबे का ढेर सुहागा फिरा दो भले ही हमारी झोपडि़यों पर मुझे क्या करोगे मैं तो घास हूं हर चीज पर उग आउंगा बंगे को ढेर कर दो संगरूर मिटा डालो धूल में मिला दो लुधियाना जिला मेरी हरियाली अपना काम करेगी... दो साल... दस साल बाद सवारियां फिर किसी कंडक्टर से पूछेंगी यह कौन सी जगह है मुझे बरनाला उतार देना जहां हरे घास का जंगल है मैं घास हूं, मैं अपना काम करूंगा मैं आपके हर किए धरे पर उग आउंगा।