Last modified on 1 सितम्बर 2024, at 16:10

अभिनय / गण्डकीपुत्र / सुमन पोखरेल

Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:10, 1 सितम्बर 2024 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

छुप जाते हैं सब कुछ
जहर रखें या अमृत
जीवन रखें या मृत्यु
पर्दा लग जाने के बाद
बाहर से कुछ दिखाई नहीं देता
दिखाई देता है सिर्फ पर्दा।
जिस तरह पोटली के अंदर
मांस डालकर चलने पर भी
सत्तू डालकर चलने पर भी
दिखाई देती है सिर्फ पोटली
वैसा ही है पर्दा लगना भी।

मुझे कहीं भी दिखाई नहीं दिया
पर्दा न लगा हुआ एक भी चेहरा
आईने के सामने खड़े हो कर
खुद को देखते हुए भी
पर्दा नजर आता है मुझे
अपना चेहरा दिखाई देने से पहले।