Last modified on 14 दिसम्बर 2008, at 09:41

सम्भावना / विश्वनाथप्रसाद तिवारी

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:41, 14 दिसम्बर 2008 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विश्वनाथप्रसाद तिवारी |संग्रह= }} <Poem> एक छोटा-सा फ...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

एक छोटा-सा फूल
देवता के मस्तक पर चढ़ता है।
एक नन्हा-सा अंकुर
धरती की छाती तोड़कर
आकाश की ओर बढ़ता है।
एक किरण फूटती है
अंधकार के गर्भ से।
एक पत्थर का टुकड़ा
मंदिर में प्रतिष्ठित हो जाता है।