Last modified on 28 जनवरी 2009, at 14:05

चेतना / सरोज परमार

द्विजेन्द्र द्विज (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:05, 28 जनवरी 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सरोज परमार |संग्रह=समय से भिड़ने के लिये / सरोज प...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


अन्तस की हवाई पट्टी पर
स्थिर चेतना
अनायास ही मुड़ती है
उड़ती है
आकाश की पर्तों को चीर
चुम्बकीय शक्तियों से दूर
भारहीन व्यवस्था में
तैरती रहती है .