Last modified on 30 जनवरी 2009, at 01:02

एक क़दम / नरेन्द्र जैन

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:02, 30 जनवरी 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नरेन्द्र जैन |संग्रह=तीता के लिए कविताएँ / नरेन...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

एक क़दम का
फ़ासला है

मैं चला
और यह रही दुनिया सामने

हो सकता है
मेरा एक क़दम
मीलों लम्बा
या उतना जितनी दूरी पर
जा उड़ बैठता है
नन्हा पक्षी

फ़ासला
सिर्फ़ एक क़दम है

मैं चला
और ये रही दुनिया
सामने