Last modified on 2 फ़रवरी 2009, at 14:42

अस्पताल-2 / वेणु गोपाल

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:42, 2 फ़रवरी 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वेणु गोपाल |संग्रह= }} <poem> बीमारी 'स्टेज' बन गई है औ...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

बीमारी
'स्टेज' बन गई है

और ऎन बीच में है

अभिनय
कर रहा है इलाज

इस तरह अहम भूमिका है
उसकी
इस नाटक में

'स्पॉट' ठीक उसके ऊपर
बाकी स्टेज
अंधेरे में

जहाँ
अगले सीन का सेट
तैयार हो रहा है
दर्शक
सिर्फ़ रोशनी
देख पा रहे हैं

जबकि 'बैकस्टेज' के सारे कार्यकर्ता
अंधेरे में
जुटे हैं
अब अगला सीन शुरू होगा
और
वहाँ रोशनी पड़ेगी

तब
कहीं जाकर पता चलेगा
कि अगला सीन
क्लाइमेक्स का
कैसा होगा!