खिलता बुराँस
महकता कूजा
हवा में ठरता
पसारता धूप में
चाँदनी में खेलता
काँसे की कटोरी -सा
खनकता
तुम्हारा प्यार.........
अक्तूबर 1987
खिलता बुराँस
महकता कूजा
हवा में ठरता
पसारता धूप में
चाँदनी में खेलता
काँसे की कटोरी -सा
खनकता
तुम्हारा प्यार.........
अक्तूबर 1987