किसने शीशियों में भरकर
बंद किया है प्यार
कौन तय कर रहा है
ज्यामिति के कायदे
इसके लिए
इस कोने पड़ा-पड़ा
झनक उठा है
सितार
हवा की एक
सिहरन के साथ
अक्तूबर 1987
किसने शीशियों में भरकर
बंद किया है प्यार
कौन तय कर रहा है
ज्यामिति के कायदे
इसके लिए
इस कोने पड़ा-पड़ा
झनक उठा है
सितार
हवा की एक
सिहरन के साथ
अक्तूबर 1987