किरण
वह आई थी
उस ढलान पर चढ़ती
जो काटता था हमारी गली को
मस्त है
हलकी है
और उतनी ही साफ है वह
जितना बिन बदली आकाश
परिपूर्ण प्रुनेल*
तब तक के लिए
जब तक रात की रानी
दिन को
उल्लुओं के हवाले नहीं करती
- एक प्रकार का पक्षी
(मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी)