रेखांकित रचनाकार
वर्तिका नन्दा ने अपनी यात्रा का प्रारंभ दस वर्ष की आयु से किया और जालंधर दूरदर्शन की सबसे कम आयु की उद्घोषिका बनीं। वे मीडिया यात्री हैं। उन्हें २००५ में अपनी पुस्तक के लिए भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार मिला। |
वर्तिका नन्दा ने अपनी यात्रा का प्रारंभ दस वर्ष की आयु से किया और जालंधर दूरदर्शन की सबसे कम आयु की उद्घोषिका बनीं। वे मीडिया यात्री हैं। उन्हें २००५ में अपनी पुस्तक के लिए भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार मिला। |