गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 14 मार्च 2009, at 15:52
डर / सुन्दरचन्द ठाकुर
अनिल जनविजय
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 15:52, 14 मार्च 2009 का अवतरण
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुन्दरचन्द ठाकुर |संग्रह= }} <poem> जैसे बचाया मुझे ब...)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
सुन्दरचन्द ठाकुर
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
जैसे बचाया मुझे बचपन में
झूठ बोलते हुए कंपा दी आवाज़
चोरी करते हुए हाथ
कहाँ हो
आओ
बचाओ इस दुनिया को