डाक्टर ने पोपटलाल से कहा-
"आप लाल तिकोन के पक्ष में हैं
ये मैंने माना
मगर अभी तो आपके दो ही बच्चे हैं
तीसरा हो लेने दो तब आना।"
पोपटलाल बोला-
"डाक्टर साहब, बचाइए
दो ही काफ़ी हैं
तीसरा नहीं चाहिए
एक मीर ज़ाफर
और दूसरा जयचंद है
एक नेता और दूसरा
जेल में बंद है
मैंने औलाद का
कोई सुख नहीं भोगा
और ज्योतिषी ने बताया है
तीसरा कवि होगा।