सत्रह तारीख़ को
इसी बगीचे में
फिरंगियों की गोलियों से
गणेश और सलीम
एक साथ शहीद हुए
तब उनकी जाति
शहीदों की थी
उनका धर्म आज़ादी था
मरने पर हमने बनाई
एक समाधि
और एक क़ब्र
और शहीदों को तब्दील कर दिया
हिन्दू और मुसलमान में
सत्रह तारीख़ को
इसी बगीचे में
फिरंगियों की गोलियों से
गणेश और सलीम
एक साथ शहीद हुए
तब उनकी जाति
शहीदों की थी
उनका धर्म आज़ादी था
मरने पर हमने बनाई
एक समाधि
और एक क़ब्र
और शहीदों को तब्दील कर दिया
हिन्दू और मुसलमान में