हर चेहरा
उम्र भर
अपनी पहचान के लिए तड़पता रहता है
इसे भूख कह लो या प्यास
इसका बुझना मुश्किल होता है कभी भी
यह शरीर जो नाम धारण किए रहता है
उसके पार जाकर शुरु होती है
पहचान की यात्रा
यह समझने में चेहरे अक्सर भूल कर बैठते हैं ।
हर चेहरा
उम्र भर
अपनी पहचान के लिए तड़पता रहता है
इसे भूख कह लो या प्यास
इसका बुझना मुश्किल होता है कभी भी
यह शरीर जो नाम धारण किए रहता है
उसके पार जाकर शुरु होती है
पहचान की यात्रा
यह समझने में चेहरे अक्सर भूल कर बैठते हैं ।